हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
तमिलनाडु में आयोजित जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में भारत ने इतिहास रचते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया। सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों 5-1 से करारी हार झेलने के बाद टीम इंडिया ने जबरदस्त दमखम दिखाया और 10 दिसंबर को खेले गए ब्रॉन्ज मेडल मैच में अर्जेंटीना को 4-2 से परास्त किया। भारत ने अंतिम 11 मिनट में चार गोल दागकर 9 साल बाद मेडल जीतने का सुखद क्षण हासिल किया। पिछले दो संस्करणों में टीम ब्रॉन्ज के मुकाबले में हारकर चौथे स्थान पर रह गई थी।
आखिरी क्वार्टर में भारत की तूफानी वापसी
अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबला भारत के लिए आसान नहीं था। शुरुआती तीन क्वार्टर में टीम इंडिया 2-0 से पीछे चल रही थी और मैच हाथ से निकलता दिख रहा था। मगर चौथे क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने खेल का पूरा रुख बदल दिया। 49वें मिनट में अंकित पाल ने पेनल्टी कॉर्नर पर भारत का पहला गोल दागा। इसके तीन मिनट बाद 52वें मिनट में मनमीत सिंह ने दूसरे पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 2-2 कर दिया। इसके बाद मैच का मोमेंटम पूरी तरह भारत की ओर हो गया।
अर्जेंटीना की गलती और भारत का फायदा
स्कोर बराबर होने के बाद अर्जेंटीना ने जोखिम लेते हुए गोलकीपर हटा दिया ताकि एक अतिरिक्त खिलाड़ी उतारा जा सके। लेकिन उनका यही फैसला भारी पड़ गया। भारत को 57वें मिनट में तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और शारदानंद तिवारी ने इसे गोल में बदलते हुए टीम को 3-2 की बढ़त दिला दी। 58वें मिनट में भारत ने गोलकीपर न होने का फायदा उठाकर एक और गोल दागा और मैच 4-2 से जीत लिया। यह पहली बार है जब भारत ने जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
जर्मनी बनी 8वीं बार चैंपियन
फाइनल में जर्मनी ने स्पेन को शूटआउट में 3-2 से हराकर रिकॉर्ड 8वीं बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। जर्मनी ने सेमीफाइनल में भारत को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। इससे पहले वह 7 बार खिताब जीत चुकी है, जबकि स्पेन को सिल्वर से संतोष करना पड़ा।













