हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 2अगस्त 2025
पटना में आयोजित किसान संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि भारत सरकार के लिए किसानों और देश का हित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा,
“हम दुनिया में कोई ऐसा समझौता नहीं करेंगे, जो किसान के हितों के खिलाफ जाता हो। हमारा कोई भी समझौता किसानों से ऊपर नहीं हो सकता।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति का हवाला देते हुए कहा कि भारत सरकार ने अमेरिका को साफ शब्दों में कह दिया है –
“राष्ट्र प्रथम, राष्ट्र सर्वोपरि और किसानों के हितों का संरक्षण हर हाल में किया जाएगा।”
बहनों का संकल्प: राखी अब स्वदेशी ही
कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और बहनों ने भी स्वदेशी अभियान में भागीदारी निभाई। उन्होंने संकल्प लिया कि इस रक्षाबंधन पर वे अपने भाइयों की कलाई पर केवल स्वदेशी राखी ही बाँधेंगी।
शिवराज सिंह ने उन्हें रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएँ दीं और कहा कि इस प्रकार के छोटे कदम भी देश की आत्मनिर्भरता को मजबूती देते हैं।
स्वदेशी वस्तु अपनाओ – आत्मनिर्भर भारत को बढ़ाओ
किसानों को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह ने उन्हें संकल्प दिलवाया:
“हम अपने घर में जो वस्तुएँ उपयोग करते हैं, वे सिर्फ उन्हीं की हों जो हमारे देश में, हमारे लोगों द्वारा बनाई गई हों। बाहर की चीजों से परहेज़ करें।”
उन्होंने कहा कि खिलौनों से लेकर मखाने तक, कपड़ों से लेकर घरेलू उपयोग की वस्तुएँ – सभी हमें स्वदेशी रूप में उपलब्ध हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था सशक्त होगी और हर हाथ को काम मिलेगा।
कृषि क्षेत्र में विदेशी दबाव का डटकर सामना
केंद्रीय मंत्री ने इस बात का भी खुलासा किया कि कई देशों, विशेष रूप से अमेरिका, ने भारत पर दबाव बनाया कि वह कृषि उत्पादों के द्वार उनके लिए खोले, जिससे सस्ते कृषि उत्पाद भारतीय बाजार में आएं।
शिवराज सिंह ने कहा:
“हमने साफ कहा – अमेरिका और भारत के किसानों की तुलना नहीं हो सकती। उनके पास हजारों हेक्टेयर के फार्म हैं, हमारे किसान एक हेक्टेयर से भी कम ज़मीन पर काम करते हैं। यह मुकाबला असमान है।”
इसलिए, भारत ने स्पष्ट कर दिया कि किसानों के हितों के खिलाफ कोई फैसला नहीं होगा।
“अर्थव्यवस्था अश्वमेघ का घोड़ा है”
शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय अर्थव्यवस्था को “अश्वमेघ का घोड़ा” बताते हुए कहा:
“दुनिया की कोई ताक़त भारतीय अर्थव्यवस्था को रोक नहीं सकती।”
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत वर्तमान में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी बनने की ओर अग्रसर है।
उनका मानना है कि यदि 144 करोड़ भारतीय नागरिक केवल स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें तो देश की अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व गति मिल सकती है।
आत्मनिर्भरता की ओर सशक्त भारत
इस किसान संवाद कार्यक्रम के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री ने न सिर्फ किसानों में आत्मविश्वास का संचार किया, बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ के अभियान को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास भी किया।
शिवराज सिंह चौहान का यह संदेश स्पष्ट है –
“भारत अपने किसानों के बल पर आत्मनिर्भर बनेगा, और कोई भी विदेशी ताकत न तो देश की अर्थव्यवस्था को रोक पाएगी और न ही किसानों का नुकसान कर सकेगी।”