हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 21 जुलाई 2025
नई दिल्ली, – संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत भारी हंगामे के साथ हुई। सत्र के पहले ही दिन विपक्षी सांसदों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। हाथों में तख्तियां लेकर लोकसभा में घुसे सांसदों ने प्रश्नकाल के दौरान ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
लोकसभा स्पीकर ने सांसदों को शांत होने की अपील की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। कार्यवाही शाम 4 बजे पुनः शुरू हुई, लेकिन हंगामा थमने के बजाय और तेज हो गया, जिसके चलते लोकसभा को 22 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। यही हाल राज्यसभा का भी रहा, जिसे भी कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इस सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अलावा महंगाई, बेरोजगारी और न्यायपालिका में हालिया घटनाओं पर भी चर्चा की मांग की जा रही है। विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस वर्मा को हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है, जिस पर 145 सांसदों के हस्ताक्षर हैं। यह महाभियोग प्रस्ताव आने वाले दिनों में सत्र की दिशा तय कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह सत्र ‘राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव’ का अवसर है। उन्होंने कहा कि महंगाई दर डबल डिजिट से नीचे आ चुकी है और सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है।
मॉनसून सत्र की शुरुआत से ही सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी टकराहट देखने को मिल रही है। आने वाले दिनों में यह सत्र कई अहम राजनीतिक घटनाओं का गवाह बन सकता है।