हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़। खैर क्षेत्र में वर्ष 2021 के चर्चित जहरीली शराब कांड से जुड़े एक मामले में अदालत ने पुलिस की कहानी को अविश्वसनीय मानते हुए पांचों आरोपितों को बरी कर दिया। पुलिस ने 31 मई 2021 की रात बिहारीपुर और अंडला गांव में छापेमारी कर 90 क्वार्टर देशी शराब बरामद करने का दावा किया था। यह वही क्षेत्र था, जहां शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी।
पुलिस के अनुसार, सूचना मिली थी कि नामजद आरोपित शराब की पेटियां छिपाने जा रहे हैं। इस आधार पर पुलिस ने राजकुमार और कपिल देव शर्मा को पकड़ा था। पूछताछ में कपिल ने बताया था कि नहरा गांव का देशी शराब का ठेका उसके पास है और उन्होंने सुना था कि उनके ठेके से खरीदी शराब से लोगों की मौत हुई है, इसलिए वे शराब छिपाने निकले थे। आगे जांच में पुलिस ने अनिल चौधरी, सुधीर चौधरी और विपिन यादव उर्फ ओमवीर को भी गिरफ्तार किया था।
हालांकि अदालत में सत्र परीक्षण के दौरान पुलिस के साक्ष्य कमजोर साबित हुए। बरामद शराब की जांच रिपोर्ट और वीडियोग्राफी साक्ष्य पेश नहीं किए जा सके। बचाव पक्ष ने दलील दी कि मई में हुई घटना को अक्टूबर में बरामद दिखाया गया है, जिससे पुलिस की कहानी संदिग्ध हो गई। न्यायालय ने सबूतों के अभाव में पांचों आरोपितों को बरी कर दिया।