हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
लोकसभा के शीतकालीन सत्र के आठवें दिन चुनावी सुधारों पर चर्चा के दौरान बुधवार को सदन का माहौल उस समय अचानक गर्म हो गया, जब विपक्ष के नेता राहुल गांधी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। मामला तब शुरू हुआ जब अमित शाह विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर अपनी बात रख रहे थे। शाह ने कहा कि विपक्ष SIR को लेकर इसलिए चिंतित है क्योंकि इससे उन अवैध प्रवासियों के नाम हटेंगे जो विपक्ष को वोट देते हैं।
अमित शाह के बयान के बीच ही राहुल गांधी ने हस्तक्षेप करते हुए कथित वोट चोरी के मुद्दे पर बहस की खुली चुनौती दे दी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री को पहले उनके सवालों का जवाब देना चाहिए। राहुल के अचानक हस्तक्षेप से सदन का वातावरण तनावपूर्ण हो गया। शाह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी स्पीच का क्रम कोई और तय नहीं कर सकता।
अमित शाह ने सदन में कहा, “मैं पिछले 30 साल से विधानसभा और संसद में चुनकर आ रहा हूं। संसदीय प्रणाली का अनुभव है। विपक्ष के नेता कहते हैं कि पहले मेरी बात का जवाब दें। संसद उनके हिसाब से नहीं चलेगी। मेरे यहां बोलने का क्रम मैं तय करूंगा।”
सदन में कुछ देर तक शोर-शराबा होता रहा, विपक्ष benches से नारेबाजी होती रही। अमित शाह ने आगे कहा कि वह राहुल गांधी के हर सवाल का जवाब देंगे, लेकिन उनके भाषण का क्रम विपक्ष नहीं तय कर सकता।
गृह मंत्री के इस बयान के बाद सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित रही। हालांकि बाद में चर्चा को आगे बढ़ाया गया, मगर इस तीखी नोकझोंक ने सत्र के आठवें दिन की राजनीति को गरमा दिया।













