हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने नया इतिहास रच दिया। गुरुवार को 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में 64.64 प्रतिशत वोट पड़े, जो अब तक का सर्वाधिक मतदान है। यह 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले लगभग 8 प्रतिशत अधिक है।
सबसे ज्यादा मतदान मुजफ्फरपुर में 70.96%, जबकि सबसे कम पटना में 57.93% रहा। राज्य में 45,341 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार आंकड़ा 1–2 फीसदी और बढ़ सकता है।
1951 से अब तक बिहार में हुए सभी लोकसभा व विधानसभा चुनावों में कभी भी इतना मतदान नहीं हुआ था। 1951 के विधानसभा चुनाव में 42.6% मतदान हुआ था, जबकि 2000 में यह 62.57% था। इस बार का आंकड़ा इन सभी रिकॉर्ड्स को पार कर गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार ने देश को नई राह दिखाई है—“1951 के बाद सर्वाधिक वोटिंग, लोकतंत्र जीता।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “पहले चरण में एनडीए को भारी बढ़त मिली है, जनता में जोश है।”
पहले चरण के बाद अब सभी की निगाहें दूसरे चरण पर टिक गई हैं, जहां एक बार फिर मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी से रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है। पहले चरण में कुल 1314 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया है।













