हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर सहमति बना ली है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को महागठबंधन की ओर से सीएम उम्मीदवार घोषित करने पर सभी दल राजी हो गए हैं। कांग्रेस और वाम दलों ने भी तेजस्वी के नाम पर समर्थन जताया है। अब महागठबंधन जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेजस्वी के नाम का आधिकारिक ऐलान करेगा। आरजेडी महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
इधर, एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक स्पष्ट स्थिति नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जहां यह कह रहे हैं कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, वहीं जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) नेताओं का भी यही कहना है कि जीत की स्थिति में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, आधिकारिक रूप से एनडीए ने अपने सीएम चेहरे की घोषणा नहीं की है।
तेजस्वी यादव को समर्थन की दूसरी बड़ी पुष्टि उस समय हुई जब हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस बैठक में बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद रहे। पहले कांग्रेस की तरफ से तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाने में हिचक थी, लेकिन अब पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और आरजेडी के बीच अभी भी मतभेद बने हुए हैं। इस टकराव की वजह से दोनों दलों ने कई सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं। नेताओं का कहना है कि इन सीटों पर “दोस्ताना मुकाबला” होगा।
सीटों का समीकरण:
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए महागठबंधन ने कुल 256 उम्मीदवार उतारे हैं। इसमें आरजेडी 143 सीटों पर और कांग्रेस 43 सीटों पर मैदान में है। वहीं, एनडीए में भाजपा और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अन्य सहयोगी दलों को 41 सीटें मिली हैं।
महागठबंधन के इस फैसले से चुनावी माहौल और दिलचस्प हो गया है, क्योंकि अब मुकाबला सीधे तौर पर तेजस्वी बनाम नीतीश के नेतृत्व में दिख रहा है।













