हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: 25 जुलाई 2025
लखनऊ में साइबर ठगों के एक ऐसे गिरोह का खुलासा हुआ है जो खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर लोगों को “डिजिटल हाउस अरेस्ट” कर भारी रकम हड़प रहा था। पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन शातिर ठगों ने एक पीड़ित से करीब 56 लाख रुपये की ठगी की थी।
एडीसीपी क्राइम आर. बसंत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यह गिरोह अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का हिस्सा है, जो खुद को केंद्रीय एजेंसियों का अधिकारी बताकर लोगों को डराता था और उनसे पैसे ट्रांसफर करवा लेता था।
कैसे करते थे ठगी?
ठग पीड़ित को फोन कर खुद को सीबीआई अधिकारी बताते थे। वे कहते थे कि पीड़ित का नाम किसी मनी लॉन्ड्रिंग या ड्रग केस में आया है। इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिए पीड़ित को डिजिटल हाउस अरेस्ट में रखते और हर गतिविधि की निगरानी करते थे।
डर के माहौल में पीड़ित से खाते और मोबाइल तक की जानकारी लेकर, उसे खुद के नियंत्रण में रखते हुए ऑनलाइन बैंकिंग और ई-वॉलेट के जरिए बड़ी रकम ठग लेते थे।
बरामद सामान
गिरफ्तार किए गए ठगों के पास से पुलिस ने बड़ी मात्रा में सबूत बरामद किए हैं:
- 7 मोबाइल फोन
- 11 डेबिट कार्ड
- 2 क्रेडिट कार्ड
- 3 चेकबुक
- ठगी के पैसों से खरीदी गई महंगी Thar कार
- 1 लाख 70 हजार रुपये नकद
गिरफ्तार आरोपी
तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुख्य सरगना पहले भी ठगी के कई मामलों में शामिल रह चुका है।
जांच जारी, अन्य पीड़ितों की तलाश
पुलिस अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है। साथ ही, आशंका है कि और भी कई लोग इस जाल में फंसे हो सकते हैं। पीड़ितों से अपील की गई है कि वे आगे आएं और पुलिस से संपर्क करें।
सावधानी बरतें, जागरूक रहें
पुलिस ने जनता से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अगर खुद को सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर डराने या पैसे की मांग करे, तो तुरंत 112 या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।