हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ 21 मई : 2025
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने राज्य में चल रहे ‘जल जीवन मिशन’ परियोजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए लापरवाही बरतने वाली एजेंसियों को कड़ी चेतावनी दी है। मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि यदि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी या भ्रष्टाचार पाया गया तो दोषियों को जेल भेजा जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने थर्ड पार्टी एजेंसियों को नियमित निरीक्षण और दैनिक रिपोर्टिंग के कड़े निर्देश भी दिए हैं ताकि मिशन की गुणवत्ता और समय पर कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आगामी दिनों में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के नौ जिलों का दौरा कर ‘जल जीवन मिशन’ की वास्तविक स्थिति का जायजा लेंगे। गर्मी के मौसम को देखते हुए पानी की सप्लाई में किसी भी तरह की बाधा न आए, इसके लिए मंत्री ने अधिकारियों को विशेष सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को लखनऊ में हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने प्रत्येक जिले में ‘हर घर जल गांव’ की सूची तैयार करने और सभी परियोजनाओं का विस्तृत खाका बनाने के आदेश दिए ताकि हर स्तर पर ट्रैकिंग की जा सके।
प्रमुख सचिव ने भी जताई नाराजगी, जांच के आदेश
‘नमामि गंगे’ एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने मिर्जापुर जिले में ‘जल जीवन मिशन’ की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं रामकी बाबा और मेघा के कामकाज की जांच के आदेश दिए हैं। इस फैसले के बाद संबंधित विभागों और अधिकारियों में भी काम के प्रति सजगता बढ़ गई है। प्रमुख सचिव ने सभी एडीएम और अधिशासी अभियंताओं को ब्लॉक स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग करने और समस्याओं की त्वरित रिपोर्टिंग का निर्देश दिया है ताकि जल आपूर्ति में कोई बाधा न आए।
इस समीक्षा बैठक में जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद के साथ ही विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी बैठक की जानकारी साझा करते हुए बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में जल जीवन मिशन की प्रगति की जांच और सुधार के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की जा रही हैं।
‘जल जीवन मिशन’ का मुख्य लक्ष्य है उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में हर परिवार को शुद्ध और किफायती पेयजल उपलब्ध कराना। इस योजना के तहत लाखों ग्रामीणों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जो ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार और स्वच्छता को बढ़ावा देने में सहायक है। सरकार इस मिशन को लेकर गंभीर है और सुनिश्चित कर रही है कि जल की आपूर्ति में कोई कमी या गड़बड़ी न हो।
संक्षेप में:
- जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने ‘जल जीवन मिशन’ में लापरवाही करने वाली एजेंसियों को जेल भेजने की चेतावनी दी।
- बुंदेलखंड और विंध्य के नौ जिलों में औचक निरीक्षण होंगे।
- प्रत्येक जिले की ‘हर घर जल गांव’ सूची और परियोजनाओं का विस्तृत खाका तैयार करना होगा।
- मिर्जापुर में धीमी प्रगति पर जांच के आदेश।
- ब्लॉक स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग अनिवार्य।
- राज्य मंत्री और अधिकारी भी समीक्षा बैठक में मौजूद रहे।
- मिशन का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को शुद्ध जल उपलब्ध कराना।