हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़ ✑ गुरुवार 5 जून 2025
लखनऊ : उत्तर प्रदेश बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जातिवादी पार्टियां अपने राजनीतिक लाभ के लिए स्वार्थी और अवसरवादी संगठनों को मजबूत करने के लिए न केवल अपने वोट ट्रांसफर कर रही हैं, बल्कि ईवीएम में धांधली के जरिए बीएसपी के उम्मीदवारों को जीतने से रोक रही हैं। मायावती ने कहा कि इसका मकसद दलित और अन्य उपेक्षित वर्गों का बीएसपी से विश्वास उठाना है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि ईवीएम में धांधली को लेकर अब विपक्षी पार्टियां भी खुलकर बोल रही हैं, जिससे इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। मायावती ने पहले भी कई बार ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है।
यह बयान उत्तर प्रदेश के हालिया उपचुनाव नतीजों के बाद आया है, जिसमें बीएसपी को कोई सीट नहीं मिली। मायावती ने उपचुनावों में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और ईवीएम में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए घोषणा की थी कि जब तक चुनाव आयोग इस पर ठोस कदम नहीं उठाता, उनकी पार्टी देश में कोई उपचुनाव नहीं लड़ेगी।
मायावती ने अपने समर्थकों से सतर्क रहने और विरोधी पार्टियों की साजिशों से बचने की अपील की है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी लोकसभा और विधानसभा जैसे आम चुनावों में मजबूती से लड़ेगी, क्योंकि इनमें सत्ता परिवर्तन की संभावना के कारण धांधली कम होती है।