हिन्दुस्तान मिरर न्यूज: मंगलवार 24 जून 2025
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने मंगलवार, 24 जून को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी गतिविधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की अपील की। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद के अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को जवाबदेह ठहराने की मांग की।
डोभाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को लगातार लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), अलकायदा, ISIS और इनके सहयोगी संगठनों से खतरा बना हुआ है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित इन संगठनों के खिलाफ ठोस और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया।
पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत
NSA ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े छद्म संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक की हत्या कर दी थी और कई अन्य को घायल कर दिया था। डोभाल ने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत भारत ने आतंकवादियों के ठिकानों और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम किया।
“भारत की प्रतिक्रिया संतुलित और उचित”
डोभाल ने स्पष्ट किया कि भारत की प्रतिक्रिया संतुलित, विचारपूर्ण और गैर-उकसावे वाली थी। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में किसी भी तरह के दोहरे मापदंड की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने SCO देशों से अपील की कि वे ऐसे सभी संगठनों और उनके समर्थकों के खिलाफ मिलकर काम करें जो क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश करते हैं।
“आतंक मानवता के विरुद्ध अपराध”
NSA डोभाल ने अपने भाषण में कहा, “सीमा पार आतंकवाद सहित कोई भी आतंकी कृत्य मानवता के खिलाफ अपराध है।” उन्होंने SCO सदस्य देशों से अपील की कि वे आतंकवाद को पनाह देने वालों, वित्तपोषण करने वालों और उसे अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने में भारत की मदद करें।
संयुक्त सूचना अभियान का प्रस्ताव
डोभाल ने आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद का मुकाबला करने के लिए संयुक्त सूचना अभियानों की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए जरूरी हैं।