हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
दो दिन से ठप पड़ी सफाई व्यवस्था
अलीगढ़ में सुखमा संस के सफाई कर्मचारियों ने वेतन कटौती के विरोध में दूसरे दिन भी काम बंद रखा। 45 वार्डों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप रही। कर्मचारियों के साथ 45 सुपरवाइजरों ने भी काम का बहिष्कार किया। सोमवार को शुरू हुई हड़ताल मंगलवार को भी जारी रही, जिससे महानगर की सफाई व्यवस्था चरमराई और स्वच्छता अभियान प्रभावित हुआ।
वेतन कटौती से भड़का विवाद
कर्मचारियों का आरोप है कि जुलाई माह के वेतन में भारी कटौती की गई। 7 अगस्त को जब वेतन खाते में आया, तो कई कर्मचारियों को अपेक्षाकृत कम राशि मिली। इस पर 11 अगस्त को कर्मचारियों ने काम बंद कर मेयर प्रशांत सिंघल से मुलाकात की। मंगलवार को भी वे मेयर के आवास पर पहुंचे, जहां मेयर ने कंपनी से वेतन कटौती की भरपाई का आश्वासन दिया।
गुड़गांव-अलीगढ़ सुपरवाइजर विवाद
मामला तब और बिगड़ गया जब गुड़गांव के एक सुपरवाइजर का अलीगढ़ के सुपरवाइजरों से गाली-गलौज का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इससे आहत होकर सभी सुपरवाइजर मंडलायुक्त से मिलने पहुंचे, लेकिन ठोस समाधान नहीं निकल सका। नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने हस्तक्षेप करते हुए गुड़गांव के सुपरवाइजर को निलंबित करने और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया।
नगर आयुक्त की पहल
नगर आयुक्त ने चार सदस्यीय समिति गठित की, जिसमें अपर नगर आयुक्त राकेश यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार, जोनल सफाई अधिकारी रामानंद त्यागी और प्रभारी लेखाधिकारी भरत कुमार दुबे शामिल हैं। निर्देश दिए गए कि सभी 66 प्रभावित कर्मचारियों का वेतन कंपनी वापस करेगी और आगे से अचानक हड़ताल नहीं होगी। साथ ही, कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए मैसेज और बायोमैट्रिक सुविधा लागू की जाएगी।
कर्मचारियों की शिकायतें
सुखमा संस के कर्मचारियों का कहना है कि उनकी समस्याओं की सुनवाई के लिए अलीगढ़ में मौजूद प्रोजेक्ट हेड असहाय साबित हो रहे हैं, जबकि कंपनी के अधिकारी गुड़गांव में बैठते हैं। वेतन कटौती और अन्य मुद्दों के समाधान के लिए उनके पास ठोस मंच नहीं है।
हड़ताल खत्म होने पर संशय
नगर आयुक्त के निर्देश के बाद बुधवार से हड़ताल खत्म होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन कर्मचारियों ने अभी स्पष्ट रूप से काम पर लौटने की घोषणा नहीं की है। शहरवासियों