हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 08 दिसंबर 2025: भारत सरकार की ओर से संचालित 100 दिवसीय विशेष कार्यक्रम ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ के अंतर्गत सोमवार को महेश्वर कन्या इंटर कॉलेज में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिकाओं एवं छात्राओं को बाल विवाह जैसी कुप्रथा से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।

कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि कम उम्र में गर्भधारण से किशोरियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। साथ ही शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है, जिससे भविष्य में कई जटिलताएँ पैदा हो सकती हैं। बाल विवाह के कारण शिक्षा बीच में छूटने की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं, जिससे बालिकाएँ आगे चलकर आर्थिक रूप से निर्भर हो जाती हैं। घरेलू हिंसा, कुपोषण, प्रसव संबंधी जोखिम और निर्णय क्षमता में कमी जैसे गंभीर परिणाम भी इस कुप्रथा से जुड़े हैं।

व्याख्यान में यह भी बताया गया कि समय से पहले विवाह से सामाजिक अलगाव की समस्या बढ़ती है और नवजात शिशुओं में स्वास्थ्य जोखिम कई गुना अधिक हो जाते हैं। विशेषज्ञों ने छात्राओं को भविष्य के सपनों, करियर और आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया।
इसी क्रम में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत भी बालिकाओं को विशेष रूप से जागरूक किया गया। अधिकारीयों ने छात्राओं को शिक्षा जारी रखने, आत्मविश्वास बढ़ाने और किसी भी प्रकार के सामाजिक दबाव या गलत प्रथाओं का विरोध करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की और अपनी सुरक्षा, शिक्षा और स्वावलंबन के प्रति सजग रहने का संकल्प लिया। जागरूकता कार्यक्रम में विद्यालय का समस्त स्टाफ तथा महिला कल्याण विभाग से हितेश कुमारी और नीतू सारस्वत उपस्थित रहीं।













