हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 30 अप्रैल: 2025,
पहलगामआतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने देश की सुरक्षा को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। इसके तहत उन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और निगरानी शुरू कर दी गई है, जो भारत में विभिन्न प्रकार के वीजा पर रह रहे हैं। पहले चरण में शॉर्ट टर्म वीजा पर आए लोगों को वापस भेजा गया, वहीं अब लंबी अवधि यानी लॉन्ग टर्म वीजा पर भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की जांच तेज कर दी गई है।
शादी के बाद भारत आई महिलाओं की संख्या अधिक
सूत्रों के अनुसार, लॉन्ग टर्म वीजा पर आए अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक महिलाएं हैं जो भारतीय नागरिकों से शादी कर भारत आई हैं। अब इनका ब्योरा खुफिया एजेंसियां जुटा रही हैं। जांच में पाया गया है कि ये महिलाएं कई सालों से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रह रही हैं।
बुलंदशहर में सबसे ज्यादा, इन जिलों में भी मौजूदगी
लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की सबसे ज्यादा संख्या बुलंदशहर में पाई गई है। इसके अलावा वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, भदोही और मेरठ जैसे जिलों में भी इनकी मौजूदगी दर्ज की गई है। ये सभी लोग सालों से यहां रह रहे हैं और कुछ ने स्थानीय नागरिकों से विवाह भी किया है।
केंद्र सरकार ने दिए स्पष्ट निर्देश
पहल्गाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि शॉर्ट टर्म वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जाए। इसके तहत उत्तर प्रदेश से अब तक लगभग 50 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा गया है। वहीं कुछ लोग खुद ही स्वेच्छा से लौट गए हैं।
अब 15 अन्य प्रकार के वीजा पर भी नजर
शॉर्ट टर्म वीजा के बाद अब केंद्र सरकार ने 15 अन्य प्रकार के वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू की है। इस सूची में लॉन्ग टर्म वीजा धारकों की संख्या सबसे अधिक है, जिसके चलते इन्हें प्राथमिकता पर चिह्नित किया जा रहा है।
अवैध रूप से रह रहे लोगों की संख्या अज्ञात
सबसे बड़ी चुनौती उन पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर है जो अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं। खुफिया एजेंसियों के पास इनकी सही संख्या उपलब्ध नहीं है। इसलिए इनका डेटा बेहद गोपनीय तरीके से इकट्ठा किया जा रहा है।

















