हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 09 अक्टूबर 2025 । रबी फसलों की बुआई को लेकर जिले में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर किसानों के लिए राहत भरी खबर है। जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि जिले में डीएपी एवं एनपीके उर्वरकों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। सहकारी क्षेत्र में 7404 मीट्रिक टन डीएपी और 2755 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध हैं, वहीं निजी क्षेत्र में 2561 मीट्रिक टन डीएपी और 5573 मीट्रिक टन एनपीके मौजूद हैं। इस प्रकार कुल 9965 मीट्रिक टन डीएपी और 8328 मीट्रिक टन एनपीके जिले में उपलब्ध हैं, जो अक्टूबर माह में आलू, सरसों तथा अन्य रबी फसलों की बुआई के लिए पर्याप्त हैं।
उन्होंने कृषकों से अपील की कि वे संतुलित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करें, जिससे उत्पादन लागत कम होने के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहे। किसान उर्वरक क्रय करते समय अपनी खतौनी और आधार कार्ड साथ रखें तथा केवल अधिकृत विक्रेताओं से ही उर्वरक खरीदें। अनावश्यक भंडारण से बचने की भी सलाह दी गई है।
जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि रबी सीजन के दौरान किसानों की मांग के अनुसार फास्फेटिक एवं पोटेशिक उर्वरकों की आपूर्ति निरंतर जारी रहेगी। किसानों से आग्रह किया गया है कि खरीद के समय मशीन से निकलने वाली पर्ची अवश्य प्राप्त करें और उसमें दर्ज उर्वरकों की जांच करें।
उन्होंने फुटकर विक्रेताओं को निर्देश दिए कि वे डीएपी अधिकतम 5 बैग प्रति हेक्टेयर तथा यूरिया 7 बैग प्रति हेक्टेयर से अधिक न दें। सभी विक्रेताओं को अपने स्टॉक और रेट बोर्ड प्रतिदिन अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
चौधरी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी विक्रेता या कंपनी प्रतिनिधि द्वारा जमाखोरी, अवैध भंडारण या निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर विक्रय पाया गया तो उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं उर्वरक परिसंचलन आदेश 1973 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को स्वयं इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।















