हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान लेने के बाद अलीगढ़ में कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया को तेज गति मिली है। नगर निगम ने औपचारिक रूप से मथुरा रोड स्थित एटूजेड प्लांट पर आज (मंगलवार) से लिगेसी वेस्ट के निस्तारण की शुरुआत की तारीख घोषित कर दी है। करीब 20 साल से अधिक समय से पड़े एक लाख मीट्रिक टन कचरे को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। नोएडा की इकोस्टन इंफ्रा कंपनी को इस कार्य का टेंडर दिया गया है और कंपनी ने अपनी मशीनें प्लांट पर स्थापित कर दी हैं। अगले 15 माह में पूरा कचरा रीसाइकल करने का लक्ष्य तय किया गया है।
सीएम ने हाल ही में हेलीकॉप्टर से एटूजेड प्लांट पर जमा भारी कूड़े के पहाड़ को देखकर अधिकारियों से सख्त सवाल किए थे। इससे प्रशासनिक स्तर पर फुर्ती आई और निस्तारण प्रक्रिया को प्राथमिकता दी गई। अगस्त माह में एएमयू द्वारा कचरे का आकलन कराया गया था, जिसमें पाया गया कि कचरे की बदबू से आसपास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
इसी के साथ नया 700 एमटी क्षमता वाला कूड़ा निस्तारण प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। नगर निगम ने अनूपशहर रोड पर प्लांट के लिए जमीन चिन्हित कर ली है और जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में शहर से 500–550 मीट्रिक टन कचरा निकलता है, जिसे देखते हुए नए प्लांट की क्षमता बढ़ाई जा रही है।
गौरतलब है कि 2012 में नगर निगम और एटूजेड कंपनी के बीच कूड़ा निस्तारण का करार हुआ था, मगर उस समय प्लांट की क्षमता केवल 190 एमटी थी, जबकि रोजाना लगभग 400 टन कचरा आता था। क्षमता की कमी और समय से निस्तारण न होने के कारण यहां कूड़े का बड़ा पहाड़ बन गया। कई वर्षों तक प्रशासनिक लापरवाही के चलते यह समस्या बढ़ती रही, जो अब नगर निगम के लिए भारी बोझ बन चुकी है।
नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि सीएम के हस्तक्षेप के बाद तेजी से काम शुरू कर दिया गया है और पुराने कचरे के निस्तारण में अब देरी नहीं होगी।














