हिन्दुस्तान मिरर न्यूज़: 23 अप्रैल: 2025,
नई दिल्ली, अप्रैल 23:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसारन इलाके में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार हरकत में आ गई है। मंगलवार को हुए इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई। जवाबी कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में शामिल हुए शीर्ष रक्षा अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
सुरक्षा के हालात की समीक्षा और सख्त निर्देश
बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की गई। रक्षा मंत्री ने निर्देश दिया कि जिस क्षेत्र में हमला हुआ, वहां के आस-पास की सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत मजबूत किया जाए और अतिरिक्त सैन्य बल तैनात किए जाएं ताकि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
सुरक्षा मामलों की केंद्रीय समिति (CCS) की बैठक का ऐलान
बुधवार शाम छह बजे सुरक्षा मामलों की केंद्रीय समिति की बैठक भी बुलाई गई है। रक्षा मंत्रालय की बैठक में इस आगामी सीसीएस बैठक को लेकर भी चर्चा की गई। यह बैठक लगभग तीन घंटे तक चली।
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का त्वरित रुख
हमले की जानकारी मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देर रात जम्मू-कश्मीर रवाना हो गए और बुधवार सुबह पीड़ितों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में ही रद्द कर भारत वापसी की।
रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया
हमले के तुरंत बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले से मैं बेहद व्यथित हूं। मासूम नागरिकों पर यह कायराना हमला है। पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।”
हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि चार से पांच आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले को बीते 25 वर्षों में पर्यटकों पर सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।