लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती आगामी 9 अक्टूबर को काशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ स्थित काशीराम स्मारक स्थल पर बड़ी रैली करने जा रही हैं। अनुमान है कि इस रैली में करीब तीन लाख लोग शामिल होंगे।
राजनीतिक हलकों में इसे पंचायत चुनाव से पहले मायावती का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। संदेश साफ है कि वह अभी भी सक्रिय राजनीति में मजबूती से मौजूद हैं और विरोधियों को चुनौती देने के लिए तैयार हैं।
रविवार को लखनऊ में हुई पार्टी की समीक्षा बैठक में प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता और जिलाध्यक्ष शामिल हुए। हालांकि मायावती के भतीजे आकाश आनंद और उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ इस बैठक में नहीं पहुंचे। उनकी गैरमौजूदगी को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई।
गौरतलब है कि साल 2016 में मायावती ने लखनऊ में आखिरी बार इतनी बड़ी रैली की थी। अब नौ साल बाद होने जा रही यह रैली आने वाले राजनीतिक परिदृश्य में नए समीकरणों का संकेत दे सकती है।