हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़। शहर में लगातार बिगड़ती सफाई व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा का पारा चढ़ गया। वार्ड-87 के औचक निरीक्षण में कई क्षेत्रों में कचरे के ढेर, गंदगी, ओवरफ्लो नालियां और सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति सामने आई। इस लापरवाही पर नगर आयुक्त ने तुरंत कड़ी कार्रवाई की।
निरीक्षण के दौरान ऊपर कोट जामा मस्जिद, हाथीपुल, चिराग चियांन, टनटनपाड़ा, बनियापाड़ा, उस्मानपाड़ा, घास मंडी और कोतवाली रोड क्षेत्र में जगह-जगह कचरा जमा मिला। हाथीपुल की सीढ़ियों पर बड़े पैमाने पर कचरे के ढेर देखकर नगर आयुक्त ने स्वच्छता निरीक्षक रामजीलाल से स्पष्टीकरण मांगा और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कराया।
सफाई कार्य में लापरवाही पाए जाने पर नगर आयुक्त ने सुखमा कंपनी पर 2 लाख तथा अर्बन कंपनी पर 5 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगाया। साथ ही सफाई में कोताही बरतने पर सुखमा कंपनी के सुपरवाइजर शिवम को तुरंत सेवा से हटाने का निर्देश दिया गया।
सब्जी मंडी चौराहे पर अतिक्रमण करने पर दो व्यापारियों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। जामा मस्जिद के आसपास सड़क पर गंदगी और धूल की स्थिति देखकर नगर आयुक्त ने मौके पर संबंधित टीम को फटकार लगाई।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने अर्बन कंपनी की IEC टीम की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। स्वच्छता निरीक्षक ने बताया कि टीम की संख्या कम है, जिस पर नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई और स्पष्ट कहा कि यदि कंपनी ने टीम नहीं लगाई तो इसकी सूचना तुरंत दी जानी चाहिए थी। निर्देशों की अवहेलना पर अर्बन कंपनी पर तुरंत 5 लाख का जुर्माना लगाया गया।
नगर आयुक्त ने कहा कि सफाई व्यवस्था में लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी वार्डों में बिना पूर्व सूचना के औचक निरीक्षण किए जाएंगे और अगले सात दिनों में सभी प्लॉट कचरा मुक्त करने के निर्देश भी जारी किए गए।















