हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित पंजाब का दौरा करेंगे। वह गुरदासपुर पहुंचकर प्रभावित परिवारों और किसानों से सीधे संवाद करेंगे। पंजाब बीजेपी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री पीड़ितों का दुख साझा करेंगे और मदद के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे। पार्टी ने कहा कि मोदी का यह दौरा साबित करता है कि केंद्र सरकार इस कठिन समय में पंजाब के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।
पंजाब में तबाही: 46 मौतें, लाखों प्रभावित
पंजाब इस समय दशकों की सबसे भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है। अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3.87 लाख से अधिक नागरिक प्रभावित हुए हैं। राज्य के 23 जिलों के लगभग 2,000 गांव पानी की चपेट में आ गए हैं। सबसे अधिक मौतें होशियारपुर और अमृतसर (सात-सात) में हुईं। इसके अलावा पठानकोट में छह, बरनाला में पांच, लुधियाना और बठिंडा में चार-चार लोगों की जान गई। कई स्थानों पर लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
फसलों और बांधों पर संकट
अधिकारियों के अनुसार, करीब 1.75 लाख हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। यह स्थिति हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से सतलुज, व्यास और रावी नदियों के उफान के कारण उत्पन्न हुई है। पोंग बांध का जलस्तर मामूली घटकर 1,394.19 फीट रह गया है, जबकि भाखड़ा बांध में भी पानी खतरे के निशान के आसपास बना हुआ है।
राहत-बचाव जारी
एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ और पंजाब पुलिस युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य चला रही हैं। राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इसे पिछले पांच दशकों की सबसे विनाशकारी बाढ़ करार दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब और पड़ोसी पहाड़ी राज्यों में लगातार बारिश से व्यापक तबाही हुई है। प्रधानमंत्री का दौरा बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत पैकेज और नई मदद की घोषणाओं की उम्मीद जगा रहा है।