हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 04 नवम्बर 2025। अभियोजन निदेशालय के तत्वावधान में “नये आपराधिक कानूनों के प्रति जागरूकता अभियान-2.0” के तहत पुलिस लाइन में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर निदेशक अभियोजन नवीन कुमार दुबे ने की। उन्होंने कहा कि जागरूक पुलिस बल ही नयी न्याय प्रणाली का मजबूत स्तंभ बनेगा। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अभियोजन संतोष कुमार और ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी सदन लाल भी मौजूद रहे।

अभियोजन अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के प्रमुख प्रावधानों से अवगत कराया। बताया गया कि इन नये कानूनों का उद्देश्य न्याय प्रणाली को अधिक पारदर्शी, पीड़ित केंद्रित और त्वरित बनाना है। डिजिटल साक्ष्यों को विधिक मान्यता मिलने से जांच प्रक्रिया मजबूत होगी और जनता को न्याय प्राप्ति में सहूलियत मिलेगी।
संयुक्त निदेशक अभियोजन संतोष कुमार ने कहा कि नए कानूनों में अपराध की परिभाषा, प्राथमिकी पंजीकरण, जांच प्रक्रिया और पीड़ितों के अधिकारों में कई सुधार किए गए हैं। पुलिसकर्मियों को इन बदलावों की जानकारी होना आवश्यक है ताकि जनता को शीघ्र और न्यायसंगत सेवा मिल सके।
इसी क्रम में अभियोजन टीम ने विवेकानंद प्रौद्योगिकी एवं प्रबंधन महाविद्यालय, गौरई में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। अभियोजन अधिकारी सुशील कुमार पाण्डेय, विजयपाल और सहायक अभियोजन अधिकारी श्रीमती विनती कुमारी ने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से कानूनों की उपयोगिता समझाई। उन्होंने कहा कि यह अभियान समाज में विधिक साक्षरता बढ़ाने और नयी न्याय प्रणाली को जनोपयोगी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
















