हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़/मथुरा। वर्ष 2022 में अग्निवीर योजना के विरोध में भड़की हिंसा में दर्ज मुकदमों से जुड़े अलीगढ़ और मथुरा के करीब एक हजार युवाओं के लिए राहत की खबर है। शासन स्तर पर इन मुकदमों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रदेश के गृह विभाग ने दोनों जिलों के जिलाधिकारियों से मुकदमे वापस लेने पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उप सचिव सत्येंद्र प्रताप सिंह द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सभी केसों की गहन जांच कर रिपोर्ट जल्द भेजी जाए। अलीगढ़ में यह रिपोर्ट एडीएम सिटी स्तर पर तैयार की जा रही है।
17 जून 2022 को अलीगढ़ के यमुना एक्सप्रेस-वे पर अग्निवीर भर्ती योजना के विरोध में बड़ी संख्या में युवा एकत्र हो गए थे। विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था, जिसमें टप्पल थाना क्षेत्र में गंभीर बवाल मचा। जट्टारी पुलिस चौकी में आग लगा दी गई थी तथा 12 निजी वाहनों को फूंक दिया गया था। पुलिस द्वारा रोकने पर भीड़ ने उस पर हमला कर दिया था, जिसमें एक सीओ सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। घंटों तक चले इस उपद्रव के बाद पुलिस ने कई अज्ञात और नामजद युवाओं पर मुकदमे दर्ज किए थे। टप्पल थाना क्षेत्र में ही चार एफआईआर दर्ज की गई थीं, जिनमें 400 अज्ञात और 50 से अधिक नामजद आरोपी बनाए गए थे।
इसी तरह मथुरा जिले में भी अग्निवीर योजना के विरोध में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे। अब शासन की मंशा के अनुसार इन सातों मुकदमों को वापस लेने की कार्रवाई प्रारंभ है। जिला प्रशासन द्वारा परीक्षण के बाद रिपोर्ट भेजने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यदि केस वापस होते हैं, तो दोनों जिलों के लगभग एक हजार युवाओं के चरित्र पर लगे गंभीर आरोपों का दाग हमेशा के लिए हट जाएगा।















