हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
अलीगढ़, 9 अक्टूबर: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की शिक्षा विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. नूरा अब्दुल कादर को उनके अभिनव आविष्कार “एआई-बेस्ड रियल-टाइम स्पीच रेगुलेटर फॉर करेक्टिंग सिन्टैक्टिक एंड कॉमन लैंग्वेज ऐरर्स फॉर प्रिसीजन-ओरिएंटेड लर्निंग” के लिए पेटेंट प्रदान किया गया है। यह पेटेंट भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन पेटेंट महानियंत्रक कार्यालय द्वारा जारी किया गया है।
इस पेटेंट में सह-प्रकाशकों के रूप में जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली के डॉ. समीर बाबू एम, मोहम्मद शहबाज खान और डॉ. शरथ चंद्रन आर; नागालैंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी की डॉ. अनु जी. एस; यूएई यूनिवर्सिटी के डॉ. अशरफ मुस्तफा और केरल यूनिवर्सिटी की डॉ. सिमी एम शामिल हैं।
यह एआई आधारित उपकरण भाषा शिक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह बोलते समय व्याकरणिक और सामान्य भाषा की त्रुटियों पर तुरंत प्रतिक्रिया देता है, जिससे शिक्षार्थी अपनी बोली और उच्चारण को अधिक सटीक बना सकते हैं। पारंपरिक भाषा शिक्षा को आधुनिक एआई तकनीक के साथ जोड़कर यह प्लेटफॉर्म विद्यार्थियों को सही भाषा संरचना अपनाने में मदद करता है।
यह नवाचार भाषण सुधार को रोचक और व्यक्तिगत अनुभव में बदल देता है। इससे विद्यार्थियों की प्रवाह, आत्मविश्वास और आत्म-सुधार क्षमता में वृद्धि होती है। टीम अब इस प्लेटफॉर्म को व्यावसायिक रूप से उपयोगी बनाने के लिए शैक्षणिक और औद्योगिक साझेदारों के साथ सहयोग की संभावनाएँ तलाश रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक डिजिटल शिक्षा और भाषा प्रशिक्षण के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकती है और सीखने वालों के लिए अधिक इंटरैक्टिव और अनुकूल वातावरण प्रदान कर सकती है।

















