अलीगढ़, 11 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) ने एक बार फिर शैक्षणिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। जहां एक ओर वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने जामिया हमदर्द मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एमयूएन) में शानदार प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया, वहीं अब्दुल्ला स्कूल में सर सैयद दिवस समारोह के तहत विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
नई दिल्ली स्थित जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय में आयोजित मॉडल यूनाइटेड नेशंस कार्यक्रम में एएमयू वीमेंस कॉलेज की बी.ए. (राजनीति विज्ञान) तृतीय सेमेस्टर की छात्राओं फलक नाज और शिजा ने अपनी प्रतिभा से सबका ध्यान आकर्षित किया।
फलक नाज को उनके उत्कृष्ट कूटनीतिक कौशल, तर्कपूर्ण प्रस्तुति और प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता के लिए बेस्ट डेलीगेट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जबकि शिजा को चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी और विचारपूर्ण दृष्टिकोण के लिए स्पेशल मेंशन अवॉर्ड मिला।
कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मसूद अनवर अलवी ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता न केवल छात्राओं की मेहनत और लगन का परिणाम है, बल्कि एएमयू में विद्यमान उत्कृष्ट शिक्षण वातावरण और मार्गदर्शन का भी प्रमाण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये छात्राएँ भविष्य में भी विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाएंगी।
उधर, एएमयू के अब्दुल्ला स्कूल में सर सैयद दिवस समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। समारोह के तहत आयोजित गतिविधियों में सर सैयद अहमद खान पर पोर्ट्रेट निर्माण प्रतियोगिता, एएमयू के भवनों पर पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता और उनके जीवन एवं विचारों पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शामिल रही। छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का शानदार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. साजिद जमाल (शिक्षा विभाग, एएमयू) और विशिष्ट अतिथि डॉ. सालेहा जमाल (सह-प्रोफेसर, भूगोल विभाग, एएमयू) ने सर सैयद की दूरदर्शी सोच और आधुनिक शिक्षा में उनके योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सर सैयद का उद्देश्य शिक्षा को नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों से जोड़ना था, ताकि छात्र “एक हाथ में कुरआन, दूसरे में विज्ञान और सिर पर ईमान का ताज” लेकर समाज का मार्गदर्शन कर सकें।
कार्यक्रम का समन्वयन मोहम्मद मेराजुद्दीन ने किया, जबकि आयोजन में शिक्षिकाएँ अना फातिमा, अस्मा और अर्शिया आफताब ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम अब्दुल्ला स्कूल की अधीक्षिका उमरा जहीर के निर्देशन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।















