हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे गाजा युद्ध के अंत की दिशा में एक बड़ा कदम सामने आया है। दोनों पक्षों ने युद्धविराम समझौते पर सहमति जताई है। इजरायली कैबिनेट ने सीजफायर को मंजूरी दे दी है। इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ‘कंप्लीट एंड टू द गाजा वार’ नामक एक कथित दस्तावेज लीक हुआ है, जिसमें युद्धविराम की शर्तें विस्तार से दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि यह समझौता अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुआ है।
दस्तावेज के मुताबिक, इजरायली सरकार की मंजूरी मिलते ही युद्धविराम तुरंत प्रभाव से लागू हो जाएगा। इसमें 72 घंटे तक हवाई और तोपखाने की सभी कार्रवाइयों को रोकने का निर्देश है। इस दौरान इजरायली सेना को निर्धारित इलाकों तक पीछे हटना होगा और हवाई निगरानी भी रोक दी जाएगी। समझौते के अनुसार, 72 घंटे के भीतर हमास को सभी इस्राइली बंधकों—चाहे वे जीवित हों या मृत—को रिहा करना होगा। वहीं, इजरायल को अपने फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों की जानकारी साझा करनी होगी।
मानवीय सहायता योजना के तहत गाजा में तत्काल राहत सामग्री, दवाइयां और भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए अमेरिका, कतर, मिस्र, तुर्की और अन्य देशों का एक संयुक्त निगरानी दल (Joint Task Force) बनाया जाएगा। यह दल युद्धविराम और कैदी रिहाई की सभी प्रक्रियाओं पर नजर रखेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका 200 से ज्यादा सैनिक इजरायल भेजेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पक्ष समझौते का उल्लंघन न करे।
इस युद्धविराम का उद्देश्य गाजा में चल रहे संघर्ष का औपचारिक अंत करना और क्षेत्र में स्थायी शांति बहाल करना है।
















