हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र में स्थित नीगाम (Nowgam/Neigam) पुलिस थाने में हुए शक्तिशाली विस्फोट के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा बयान जारी किया है। इस आकस्मिक ब्लास्ट में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 32 लोग घायल हुए, जिसमें 27 पुलिसकर्मी, दो राजस्व अधिकारी और तीन आम नागरिक शामिल हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार विस्फोट के कारणों को लेकर किसी भी तरह की जल्दबाज़ी में निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा, क्योंकि घटना की फोरेंसिक और रासायनिक जांच चल रही है।
गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि यह विस्फोट आतंकवादी मॉड्यूल की जांच के दौरान बरामद हुए भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थों और रसायनों से जुड़ा है। यह सामग्री पिछले दिनों एक अभियान के दौरान बरामद की गई थी, जिसे सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत पुलिस स्टेशन परिसर के खुले क्षेत्र में सुरक्षित तरीके से रखा गया था।
लोखंडे ने स्पष्ट किया कि बरामद विस्फोटकों को निर्धारित मानक प्रक्रिया के अनुसार फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए हस्तांतरित किया जा रहा था। सामग्री अत्यधिक मात्रा में थी और उसकी प्रकृति बेहद अस्थिर एवं संवेदनशील मानी जा रही थी, इसलिए यह जांच पिछले दो दिनों से विशेषज्ञों की निगरानी में चल रही थी। इसी दौरान 14 नवंबर की रात 11:20 बजे यह आकस्मिक विस्फोट हो गया।
विस्फोट में पुलिस स्टेशन को भारी नुकसान पहुँचा है तथा आसपास की कुछ इमारतें प्रभावित हुई हैं। गृह मंत्रालय ने अपील की है कि विस्फोट के कारणों पर अनुमान या अफवाहें फैलाने की आवश्यकता नहीं, क्योंकि जांच एजेंसियां सभी वैज्ञानिक प्रक्रियाओं के साथ साक्ष्य एकत्र कर रही हैं। लोखंडे ने आश्वस्त किया कि इस मामले की तह तक जाकर तथ्य सामने लाए जाएंगे और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इस दिशा में नए सुरक्षा मानक भी लागू किए जाएंगे।













