हिन्दुस्तान मिरर न्यूज:
लखनऊ/सीतापुर।
सीतापुर जिले के राठौर पुरवा गांव से सामने आया एक मामला पुलिस और ग्रामीणों को हैरान कर गया। जिस युवती के बाघ द्वारा खाए जाने की खबर ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था, वह पूरी तरह झूठी निकली। दरअसल युवती अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ फरार हो गई थी।
गांव निवासी रामशरण की दो बेटियां हैं – दामिनी और कामिनी। गुरुवार सुबह करीब छह बजे रामशरण की पत्नी प्रेमा और छोटी बेटी दामिनी खेत से भागते हुए गांव पहुंचीं। उन्होंने रोते-बिलखते ग्रामीणों को बताया कि खेत में चारा काटते समय बाघ ने बड़ी बेटी कामिनी को सामने ही खा लिया। इस खबर से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें सक्रिय हो गईं। मौके पर पहुंचकर आसपास के खेतों की गहन तलाशी ली गई। यहां तक कि ड्रोन की मदद से भी इलाके की छानबीन की गई। करीब 10 किलोमीटर के दायरे में बाघ के निशान खोजे गए, लेकिन कहीं भी हमले या शिकार के कोई सबूत नहीं मिले। इससे पुलिस को घटना संदिग्ध लगी।
पुलिस ने जब प्रेमा और दामिनी से सख्ती से पूछताछ की तो सच सामने आ गया। प्रेमा ने स्वीकार किया कि कामिनी प्रेमी संग फरार हो गई है। लेकिन समाज में बदनामी के डर से उन्होंने बेटी के बाघ द्वारा खा लिए जाने की झूठी कहानी गढ़ी और रो-धोकर ग्रामीणों को गुमराह किया।
इस खुलासे के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली और वन विभाग ने भी बाघ की तलाश की कार्रवाई रोक दी। हालांकि, गांव में घटना को लेकर चर्चा का माहौल बना हुआ है और लोग मां-बेटी की इस हरकत पर हैरानी जता रहे हैं।

















